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चक्रीय विकास और कर्म: थियोसॉफी की पवित्र शिक्षाओं से 'द सीक्रेट डॉक्ट्रिन' में, 2 का भाग 2

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“हाँ; 'हमारा भाग्य सितारों में लिखा है!' केवल इतना ही नहीं, नश्वर प्रतिबिम्ब मनुष्य और उनके दिव्य प्रोटोटाइप के बीच मिलन जितना अधिक निकट होगा, बाह्य परिस्थितियाँ और उनके बाद के पुनर्जन्म उतने ही कम खतरनाक होंगे।”