खोज
हिन्दी

विमलाकिरती की शिक्षाएँ- अध्याय 9: अद्वेतवाद का धर्म-द्वार, दो का भाग २

विवरण
और पढो
"किसी का शिक्षण नहीं जानना, कुछ भी व्यक्त नहीं  करना , कुछ भी नहीं कहना, कुछ भी नहीं समझाना, कुछ भी घोषणा नहीं करना, कुछ भी इंगित नहीं करना, और कुछ भी नामित नहीं करना यही अद्वेतवाद में प्रवेश करना है।"
और देखें
सभी भाग (2/2)